December 31, 2025

Paris Paralympics 2024 Day 9: भारत का नया गौरव, प्रवीण कुमार ने पेरिस पैरालंपिक में दिलाया छठा स्वर्ण पदक

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Paris Paralympics 2024 Day 9 : Praveen Kumar

Paris Paralympics 2024 Day 9 : men’s high jump T64 final

Paris Paralympics 2024 Day 9 : प्रवीण कुमार ने भारत के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए छठा स्वर्ण पदक जीता लिया है।

Paris Paralympics 2024 Day 9 : Praveen Kumar

Paris Paralympics 2024 Day 9 : प्रवीण कुमार ने भारत के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए छठा स्वर्ण पदक जीता लिया है। पुरुषों की हाई जंप टी64 फाइनल में प्रवीण ने इस बार 2.08 मीटर की शानदार छलांग लगाकर एशियाई रिकॉर्ड तोड़ा और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। इस जीत के साथ उन्होंने भारत के लिए पैरालंपिक खेलों में एक नया मील का पत्थर स्थापित किया। अमेरिका के डेरेक लोक्सिडेंट ने 2.06 मीटर की छलांग के साथ रजत पदक जीता, वही उज़्बेकिस्तान के टेमरबेक गियाज़ोव और पोलैंड के मैकिज लेपियाटो ने 2.03 मीटर की छलांग के साथ कांस्य पदक साझा किया।

इस स्वर्ण पदक ने भारत की पदक तालिका को 26 तक पहुंचा दिया, जिसमें 6 स्वर्ण, 9 रजत और 11 कांस्य शामिल हैं। इससे पहले, भारत ने टोक्यो पैरालंपिक में कुल पांच स्वर्ण पदक जीते थे, लेकिन पेरिस में भारतीय खिलाड़ियों ने इसे पीछे छोड़ते हुए छठा स्वर्ण हासिल किया। उत्तर प्रदेश के नोएडा के रहने वाले 21 वर्षीय प्रवीण अब मरियप्पन थंगावेलु के बाद हाई जंप में पैरालंपिक स्वर्ण जीतने वाले दूसरे भारतीय बन गए हैं।

प्रवीण ने 2.08 मीटर की निर्णायक छलांग सहित अपनी सभी प्रयासों में सफलता पाई। लोक्सिडेंट ने 2.08 मीटर को छोड़ते हुए 2.10 मीटर की ऊंचाई को पार करने की कोशिश की, लेकिन वह असफल रहे। प्रवीण ने पहले ही स्वर्ण जीत लिया था, लेकिन उन्होंने 2.10 मीटर की ऊंचाई को पार करने की कोशिश की ताकि टी64 इवेंट का 2.11 मीटर का विश्व रिकॉर्ड तोड़ सकें। हालांकि, तीन प्रयासों के बाद भी वह सफल नहीं हो पाए, लेकिन उनकी 2.08 मीटर की छलांग ने उन्हें स्वर्ण पदक दिला दिया।

प्रवीण, जिनकी बाईं टांग जन्म से ही विकृत है, ने शुरुआत में वॉलीबॉल खेलना शुरू किया था, लेकिन बाद में उन्होंने हाई जंप को अपने करियर का रास्ता चुना। यह फैसला उनके लिए जीवन बदलने वाला साबित हुआ। प्रवीण ने 2019 में स्विट्जरलैंड में हुई विश्व पैरा एथलेटिक्स जूनियर चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था। इसके बाद, 2022 के एशियाई पैरा खेलों में उन्होंने 2.05 मीटर की छलांग के साथ स्वर्ण पदक और एशियाई रिकॉर्ड बनाया। 2023 में विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने के साथ ही उन्होंने पेरिस पैरालंपिक के लिए क्वालीफाई किया था।

इसके अलावा, कपिल परमार ने पैरालंपिक में भारत के लिए पहला जूडो पदक जीतकर इतिहास रचा। वहीं, सिमरन ने महिलाओं की 100 मीटर टी12 स्पर्धा में चौथा स्थान हासिल किया, लेकिन वह जल्द ही 200 मीटर के सेमीफाइनल में अपनी किस्मत आजमाएंगी।


प्रवीण की इस शानदार जीत के साथ, भारत ने पेरिस पैरालंपिक में अपना छठा स्वर्ण पदक हासिल कर लिया है, जो कि भारतीय पैरा-खिलाड़ियों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ती सफलता और गौरव का प्रतीक है।

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