June 19, 2025

Paris Paralympics 2024 Day 9: होकाटो होटोझे सेमा ने कांस्य के साथ रचा इतिहास

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Paris Paralympics 2024 Day 9

Paris Paralympics 2024: Hokato Hotozhe Sema Takes Shot Put Bronze

Paris Paralympics 2024 Day 9 में भारत के लिए शानदार प्रदर्शन देखने को मिला, जहां देश ने अपने पदक तालिका में और इज़ाफ़ा किया।

Paris Paralympics 2024 Day 9

Paris Paralympics 2024 Day 9 में भारत के लिए शानदार प्रदर्शन देखने को मिला, जहां देश ने अपने पदक तालिका में और इज़ाफ़ा किया। नागालैंड के होकाटो होटोझे सेमा ने पुरुषों की शॉट पुट F57 स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा, जिससे न सिर्फ़ भारत, बल्कि नागालैंड का भी नाम रोशन हुआ है।

40 वर्षीय होकाटो ने 14.65 मीटर की व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो करके कांस्य पदक जीता और पिछले पैरालंपिक रिकॉर्ड 13.49 मीटर, जो अज़रबैजान के ओलोखान मुसायेव के नाम था, को तोड़ दिया। इस स्पर्धा में ईरान के यासीन खोस्रवी ने 15.96 मीटर की थ्रो करके स्वर्ण पदक जीता, और ब्राज़ील के थियागो पाउलिनो डॉस सैंटोस ने 15.06 मीटर की थ्रो करके रजत पदक हासिल किया।

24 दिसंबर 1983 को नागालैंड के एक किसान परिवार में जन्मे होकाटो की यात्रा दृढ़ संकल्प और संघर्ष की मिसाल है। वे शुरू में विशेष बल (SF) में शामिल होने का सपना देख रहे थे, लेकिन 2002 में एक काउंटर इंफिल्ट्रेशन ऑपरेशन के दौरान हुए माइन ब्लास्ट में अपना बायां पैर खो बैठे। इस हादसे के बावजूद, उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी ऊर्जा को पैरा-एथलेटिक्स में केंद्रित किया, जहां उन्होंने F57 शॉट पुट वर्ग में कड़ी मेहनत कर खुद को स्थापित किया।

होकाटो के करियर में कई उल्लेखनीय उपलब्धियाँ शामिल हैं। 2022 में मोरक्को ग्रां प्री में उन्होंने रजत पदक जीता, और 2023 एशियन पैरा गेम्स में कांस्य पदक हासिल किया। उनकी हालिया पैरालंपिक सफलता ने उन्हें देश के शीर्ष पैरा-एथलीट्स में शामिल कर दिया है।

नौवें दिन भारत के लिए और भी अच्छे पल देखने को मिले। पुरुषों की हाई जंप T64 स्पर्धा में प्रवीण कुमार ने 2.08 मीटर की छलांग लगाकर एशियाई रिकॉर्ड बनाया और स्वर्ण पदक जीता। इस स्वर्ण पदक के साथ भारत के पदकों की संख्या 6 हो गई।

इसके अलावा, दृष्टिहीन धाविका सिमरन ने महिलाओं की 200 मीटर T12 स्पर्धा के सेमीफाइनल में जगह बना ली। उन्होंने 25.41 सेकंड में अपनी हीट जीती। हालाँकि, इससे पहले 100 मीटर स्पर्धा में सिमरन पदक से चूक गई थीं, लेकिन 200 मीटर में उनके प्रदर्शन से उम्मीदें बढ़ी हैं।

प्राची ने अपनी हीट में चौथा स्थान हासिल किया जबकि यश छठे स्थान पर रहे । हालाँकि, कुछ निराशाजनक पल भी रहे, जैसे कि दीपेश कुमार का पुरुषों की भाला फेंक F54 स्पर्धा में अंतिम स्थान पर रहें । 19 वर्षीय दीपेश ने अपनी सर्वश्रेष्ठ 26.11 मीटर थ्रो के साथ सातवें स्थान पर रहकर प्रतियोगिता समाप्त की । होकाटो होटोझे सेमा की कांस्य पदक जीत नागालैंड और पूरे भारत के लिए गर्व का क्षण है । उनके संघर्ष और समर्पण ने दिखा दिया है कि कठिनाइयों के बावजूद मजबूत इरादे और मेहनत से सब कुछ संभव है ।

भारतीय कैनोइस्ट्स प्राची यादव और यश कुमार ने क्रमशः महिलाओं की VL2 200 मीटर और पुरुषों की KL1 200 मीटर स्पर्धाओं के सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया। प्राची ने अपनी हीट में चौथा स्थान हासिल किया जबकि यश छठे स्थान पर रहे।

हालाँकि, कुछ निराशाजनक पल भी रहे, जैसे कि दीपेश कुमार का पुरुषों की भाला फेंक F54 स्पर्धा में अंतिम स्थान पर रहें। 19 वर्षीय दीपेश ने अपनी सर्वश्रेष्ठ 26.11 मीटर थ्रो के साथ सातवें स्थान पर रहकर प्रतियोगिता समाप्त की।

होकाटो होटोझे सेमा की कांस्य पदक जीत नागालैंड और पूरे भारत के लिए गर्व का क्षण है। उनके संघर्ष और समर्पण ने दिखा दिया है कि कठिनाइयों के बावजूद मजबूत इरादे और मेहनत से सब कुछ संभव है।

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